Best Friend Love Shayari Quotes in Hindi
दोस्ती से बड़ी कोई जागीर नहीं होती,
इससे अच्छी कोई तस्वीर नहीं होती,
एक प्यार का नाज़ुक सा धागा है दोस्ती,
फिर भी इससे पक्की कोई ज़ंजीर नहीं होती
जीने की नयी अदा दी है,
खुश रहने की उसने दुआ दी है,
ऐ खुदा मेरे दोस्तों को सालामत रखना,
जिसने अपने दिल में मुझे जगह दी है |
तेरी दोस्ती ने बहुत कुछ सीखा दिया,
मेरी खामोश दुनिया को जैसे हँसा दिया,
कर्ज़दार हूँ मैं खुदा का,
जिस ने मुझे आप जैसे दोस्त से मिला दिया |
दोस्त दोस्त से खफा नहीं होता,
प्यार प्यार से जुदा नहीं होता,
भुला देना मेरी कुछ कमियों को,
क्यूंकि इंसान कभी खुदा नहीं होता |
हस्ते रहें आप हजारों के बीच में,
जैसे हस्ते हैं फूल बहारों के बीच में,
रोशन हो आप दुनिया में इस तरह,
जैसे होता है चाँद सितारों के बीच में |
जब खामोश आँखो से बात होती है
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है
तुम्हारे ही ख़यालो में खोए रहते हैं
पता नही कब दिन और कब रात होती है……..
बादल चाँद को छुपा सकता है आकाश को नही…….
हम सबको भुला सकते है आप को नही…
जाने कभी गुलाब लगती हे
जाने कभी शबाब लगती हे
तेरी आखें ही हमें बहारों का ख्बाब लगती हे
में पिए रहु या न पिए रहु,
लड़खड़ाकर ही चलता हु
क्योकि तेरी गली कि हवा ही मुझे शराब लगती हे
आँखों में दोस्तो जो पानी है
हुस्न वालों की ये मेहरबानी है |
आप क्यों सर झुकाए बैठे हैं
क्या आपकी भी यही कहानी है ||
बिन देखे मैं तुझसे प्यार कर बेठा,
बस यही गुनाह मैं एक बार कर बेठा
मिलना तो तुझसे मुकदर को मंजूर न था
ये सब जानते हुए मैं मोहब्बत तुझसे बेसुमार कर बेठा
अगर मंजूर हुआ मुकदर को तो फूल फिर खिलेंगे
बिछड़े हुए दो दिल फिर मिलेंगे
अगर मिल न पाये इस जनम में तो काया हुआ
ये आशिक़ है फिर मिलेंगे किसी और जानम में !
देख के आपकी जवानी को,
आरज़ू ए शराब होती है |
रोज तौबा को भूलता हूँ मैं,
रोज नीयत ख़राब होती है ||
तेरा दिल उदास क्यों है?
तेरी आँखों में प्यास क्यों है?
जो छोड़ गया तुझे मझदार में ,
उससे मिलने की आस क्यों है ?
जो दे गया दर्द ज़िन्दगी भर का,
वही तेरे लिए ख़ास क्यों है ??
प्यार के चक्कर मे पड़कर,
हो गए हम बर्बाद |
सुबह उठा तब याद आया,
सात बजे से था Exam|
कॉलेज पहुँचा तो पता चला
हो गया आपका लाइफ खराब
प्रिन्सिपल खुद आया और बोला
“कैसे हो जनाब?!!!”
फ़ोन मेरी ज़िन्दगी का एक अहम् हिस्सा बन गया
फ़ोन पर मिली तू मुझे और प्यार का एक नया किस्सा बन गया
होती थी रोज मुलाकाते फ़ोन पर हमारी
तू मेरे दिल कि रानी मैं तेरे दिल का रजा बन गया
–
दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहेता हे
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहेता
हे कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो
गुजारो वो अफ़साना मौत तक याद रहेता हे.
चेहरे की हंसी से ग़म को भुला दो,
कम बोलो पर सब कुछ बता दो.
खुद ना रुठों पर सब को हँसा दो,
यही राज है ज़िंदगी का, कि जियो और जीना सिखा दो…..
कुछ उलझे सवालो से डरता हे दिल
जाने क्यों तन्हाई में बिखरता हे दिल
किसी को पाने कि अब कोई चाहत न रही
बस कुछ अपनों को खोने से डरता हे ये दिल
कभी कभी , ऐसा होता है
प्यार का असर देर से होता है।
आपको क्या लगता हम आपके बारे कुछ नही सोचते
पर हमारी हर बात में आपका जिक्र होता है।
तुम्हे जब देखा हमने तो यह ख्याल आया
बड़ी जल्दी में रब था जब तुमको बनाया
तुम्हे जब देखा रब ने तो वो भी घबराया
बनाना क्या था मुझको है मैंने क्या बनाया
हम चाहे न चाहे निगाहे मिल ही जाती हैं
निगाहे तो जरिया है दो दिलो के मिलने का
जब मिलने हो दो दिल , निगाहे मिल ही जाती है……….
तेरे साथ कितनी हसीन थी ज़िंदगी
अब तेरे बिना बस सज़ा है ज़िंदगी
तेरे साथ कितने मज़े में थी ज़िंदगी
अब तेरे बिना बड़ी बेमज़ा है ज़िंदगी
कभी तूने ही संवारी थी मेरी ज़िंदगी
फिर क्यों तूने उज़ाड़ दी मेरी ज़िंदगी
मैने हमेशा खुदा देखा तुझमें
क्यों खुदा ने बिगाड़ दी मेरी ज़िंदगी
वादे पूरे करने की वो हिम्मत ही न जुटा पाये
क्यों होगा कैसे होगा वो हिकमत ही न जुटा पाये
जनता ऐसे मूर्ख बनेगी इसका उनको ज्ञान नहीं था
ये अनचाहा सब गले पड़ेगा ऐसा कोई भान नहीं था
लालच दिखा कर जनता को ऐसे ठगना ठीक नहीं
मैदान छोड़ कर भाग गये ऐसा भी करना ठीक नहीं
अपनी हठ को ऊपर रख आरोप थोपना ठीक नहीं
गलत नीति को ऊपर रख कानून तोड़ना ठीक नहीं
बहुत दिखाये थे सपने अब उन सपनों का क्या होगा
आप की खातिर धंधा छोडा उन अपनों का क्या होगा
जो गुज़र गया वो क्यों सोचें, आगे की बात करो
वीरानों की बातें क्यों सोचें, गुलशन की बात करो
पतझड़ की बातों को छोड़ो, नव वसंत की बात करो
जीवन नहीं दुबारा मिलता, सबके हित की बात करो
तुम्हारी याद दिल से जाने नहीं देंगे,
तुम्हारे जैसा दोस्त खोने भी नहीं देंगे,
रोज़ शराफ़त से SMS किया करो वरना ……,
एक कान क नीचे देंगे ओर रोने भी नहीं देंगे
वो मौतों का खेल खेलते हैं बस राजनीति चमकाने को
वो जनता को गोट समझते हैं अपनी शतरंज बिछाने को
वो क्या जाने जनता की पीढ़ा,
जो जनता को केवल मोहरा समझें, जो होते हैं पिटवाने को
इंडिया की राजनीति में मचा हुआ घमासान है
लोक सभा की सीट ही जैसे हर नेता का अरमान है
टिकेट पाने होड़ में रिश्ते नाते भूल रह्रे है
पुरानी पार्टी छोड़ कर नए गठबंधन जोड़ रहे हैं
महाराष्ट्र हो या बिहार हर रिश्ते पड़ी दरार
वोट पाने की चाह में कर रहे एक दूजे पर वार
तुम्हे देखा तुम्हे चाहा तुम्ही को दिल भी दे डाला
अब अरमान है इतना कि तुम मेरे सामने आओ
कुछ तुम कहो कुछ हम कहे इकरार हो जाए
मिट जाए सारी दूरियां और प्यार हो जाए………..
होली का त्यौहार आया
रंगो की फुहार लाया
रंग-गुलाल अब उड़ने लगा है
मस्त का रंग ही चढ़ने लगा है
फागुन के इस मस्त महीने
धरती का श्रंगार करने
बसंत ऋतू भी आ पहुची है
वन उपवन में फूल खिलें हैं
खुशबू हवा में घुलने लगी है
नववर्ष के स्वागत के लिए
धरती भी अब सजने लगी है
यह वर्ष अब जाने वाला है
नव वर्ष अब आने वाला है
बीती बाते भूल जाओ सब
जो होनी थी है वो हो ली
आगे बढ़ो गुलाल लगाओ
मिल कर सब
–
दिल से दिल मिले होते
तो हमारे भी सपने पुरे हो जाते ,
फूल काँटों पे नहीं खिले होते,
तो फूल तो कोई भी बन जाते, अगर कांटे नहीं होते!
कभी कभी जीवन में ऐसे पल भी आते है.
कुछ हसीन ख्वाब आँखों में आकर एक नया दर्द दे जाते है.
मन के कोरे कागज पर वो अरमानों की तस्वीर सजाते है.
मन खुशियों से भरकर आँखों में आंसू दे जाते है.
कभी कभी जीवन में………………….
दिल के सूने आँगन में आशाओं के फूल खिलाते है.
बंद पड़े साजों को वो गीत नया दे जाते है.
कभी कभी जीवन में………………….
दिल की अँधेरी दुनिया में एक चिराग नया जलाते है.
प्यार की बारिश करके वो इन्द्रधनुष सा रंग दे जाते है.
कभी कभी जीवन में………………….
इश्क़ सभी को जीना सीखा देता है,
वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है.
इश्क़ नही किया तो करके देखो,
ज़ालिम हर दर्द सहना सीखा देता है…
आज कल हर जगह वोटों के भिखारी निकल पड़े हैं
कुटिल राजनीति के मझे हुए खिलाडी निकल पड़े हैं
गलतियों का दोष औरों पर मढने का जो चलन है
उसे निभाने के लिये बहुत से अनाड़ी निकल पड़े हैं
जनता को वो झूंठे वादे अब फिर से मिलने वाले हैं
हम जनता के सेवक हैं झांसे फिर से मिलने वाले हैं
दुनिया की सारी सुख सुबिधायें अब जनता की हैं
सावधान जनता अब वोटों के भिक्षुक मिलने वाले हैं
कितने ही वादे करवालो, नेताओं का क्या जाने वाला
अभी जैसा चाहो उन्हें नचाओ, उनका क्या जाने वाला
कुछ दिन और बचे हैं जितनी चाहो खुशी मनालो
फिर तो रोना ही रोना है ईश्वर भी नहीं बचाने वाला
बिना पुकारे हमें साथ पाओगे
करो वादा कि दोस्ती आप निभाओगे
हम ये नही कहते कि हमें रोज याद करना
बस याद करना उस वक्त जब अकेले अकेले चॉकलेट खाओगे
आज कल हर जगह वोटों के भिखारी निकल पड़े हैं
कुटिल राजनीति के मझे हुए खिलाडी निकल पड़े हैं
गलतियों का दोष औरों पर मढने का जो चलन है
उसे निभाने के लिये बहुत से अनाड़ी निकल पड़े हैं
जनता को वो झूंठे वादे अब फिर से मिलने वाले हैं
हम जनता के सेवक हैं झांसे फिर से मिलने वाले हैं
दुनिया की सारी सुख सुबिधायें अब जनता की हैं
सावधान जनता अब वोटों के भिक्षुक मिलने वाले हैं
कितने ही वादे करवालो, नेताओं का क्या जाने वाला
अभी जैसा चाहो उन्हें नचाओ, उनका क्या जाने वाला
कुछ दिन और बचे हैं जितनी चाहो खुशी मनालो
फिर तो रोना ही रोना है ईश्वर भी नहीं बचाने वाला
रोती हुई आँखो मे इंतेज़ार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी उनके सच होने
का इंतेज़ार होता है?…..
गमो मे हँसने वालो को भुलाया नही जाता,
पानी को लहरो से हटाया नही जाता,
बनने वाले बन जाते है,
अपने कहकर किसी को अपना बनाया नही जाता ।
आँखों मे आ जाते है आँसू,
फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है,
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो,
जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़ती है…
मिलते रहे हैं मंत्री ऐसे , देखो तो जरा ये , देश को मंतर रहे हैं कैसे …………..
चुनाव में खड़े हैं संत्री ऐसे , देखों तो ज़रा , जैसे देश का पेरा ये ही दे रहे हो जैसे ………….
कुछ तो हैं ठेकेदार ऐसे , चले हैं लेने ठेका ५ साल का देश का जैसे …………….
दिखा रहे हैं चाँद ऐसे , मांगते हैं लेके कटोरा वोटों की भीखों का जैसे ………………..
दिखा रहे हैं झाड़ू ऐसे , निकले हो करने देश को साफ़ जैसे ……………….
खिला रहे हैं कमल ऐसे , कीचड़ की चाय पिलाने देश को निकले हो जैसे ………………….
दिखा रहे हो पंजा ऐसे , जकड लिया हो दम घोटने को देश को जैसे …………………….
मिलते रहे हैं मंत्री ऐसे , देखो तो जरा ये , देश को मंतर रहे हैं कैसे ……………………
काश मिलजाए इस देश को मंत्री ऐसे , राम ने भी देश कभी चलाया था जैसे ……………
एक जुर्म हुआ है हम से एक यार बना बैठे हैं
कुछ अपना उसको समझ कर सब राज़ बता बैठे हैं
फिर उसकी प्यार की राह में दिल ओर जान गवा बैठे हैं
वो याद बहुत आते हैं जो हुमको भुला बैठे हैं
हज़ारो की किस्मत तेरे हाथ थी
अगर पास कर देता तो क्या बात थी?
God:
गर्लफ्रेंड थोड़ी कम बनता तो क्या बात थी?
किताबे तो सारी तेरे पास थी !!
आँखों मे आ जाते है आँसू,
फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है,
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो,
जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़ती है…
ऐसे वक्त गुजर गया SMS करते हुए तेरे प्यार में ,
होश ही नहीं रहा कि मैं बैठा हूँ क्लास में ,
पीछे मुड़ कर देखा तो टीचर खड़ी थी पास में……..
वोटों के खातिर निकले हैं ,
कुछ सौदागर लेके बण्डल नोटों के ,………….
बिकती है हर चीज यहाँ ,
खरीदार है यहाँ कुछ नेता वोटों के ,………….
भ्रष्टाचार को भ्रष्टाचार के नाम से ही बेच रहे है ,
काले धन के है ये वेपारी वोटों के। ………….
गरीबी वो क्या मिटायेंगे ? मिटाकर गरीबों को ,
जमीन भी बेच खायी , ये सौदागर हैं वोटों के……………..
वोटों के खातिर निकले हैं ,
कुछ सौदागर लेके बण्डल नोटों के ,………….
चिकनी चुपड़ी बातों से, फितरत का पता नहीं चलता
अंदर क्या है बाहर क्या है, इसका पता नहीं चलता
जो मीठेपन का लेप चढ़ा कर प्यारी बातें करते हैं,
वो कटुता का कब रंग दिखादें, इसका पता नहीं चलता
बादल हो या बियर का नशा… अचानक से छा ही जाता है…
प्यार हो या चेहरे पे पिंपल…सबकी नज़र मे आ ही जाता है..
दाँत का दर्द हो या गर्ल फ्रेंड की शादी, आँखो मे आँसू आ ही जाते है……
कर्म तेरे अच्छे हे तो
किस्मत तेरी दासी है!
नियत तेरी अच्छी है तो
घर तेरा मथुरा कशी है!
खूबसूरत है वो लब……जिन पर,
दूसरों के लिए कोई दुआ आ जाए!!
खूबसूरत है वो दिल जो किसी के,
दुख मे शामिल हो जाए !
शादी एक ऐसा मिलन है…
जो अच्छे मित्रों की तरह रहने के इरादे से शुरू किया जाता है
और दिन-ब-दिन ये इरादे बदलते जाते हैं।
ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता,
बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
है जो पास उसे संभाल के रखना,
खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता…
पत्ता भी हिलता है तो , उसी के हुकम से …………..
अधिकार है हमारा , खुद ही के कर्म से , …………..
मिलता है फल तेरे ही कर्म की नियत से …………
आदमी जीता अपने – २ विकारों से…………..
घटनाएं घटती है , हुकमें मंजूरे खुदा से …………..
चाँद – तारे भी तू ही उगा रहा है ………….
रोशन है ये जहां हमारा ,…………
होता सब कुछ तेरे ही रहमों कर्म से ………….
है सत्तापति एक ही , जो पूरा ब्रह्माण्ड चलारहा है …………
सिर्फ तेरा ही घर नहीं ,…………
वो तो जीव – जंतु सभी को चला रहा है ……………….
देता है वो जिसे भी सत्ता , ……………
मिलती सत्ता उसे उसी के हुकम से ……………..
रखना याद इतना , है ये सत्ता उसी की ,………….
तू भी जीता है उसी के रजा से…………….
दुरूपयोग होता जब भी सत्ता का , ………….
गिरता फिर वापस तू उसी के हुकम से………………..
संत की तपस्या भंग हो तो वो राजा होजाता है ……………
पर जब भी राजा की तपस्या भंग हो ,…
धोखा मिला जब प्यार में;
ज़िंदगी में उदासी छा गयी;
सोचा था छोड़ दें इस राह को;
कम्बख़त मोहल्ले में दूसरी आ गयी!
विश्वास करो उस शक्ति पर,जो इस सृष्टि में रहती है ,
निराकार हो कर भी हर पल ,जो दुनिया थामे रहती है ,
धरती , सूरज, चाँद -सितारे ,अपने पथ पर चलते हैं ,
सदियों से सब चलते रहते ,कभी नहीं ये मिलते हैं,
जिसके एक इशारे पर ही ,ग्रह भी चाल बदलतें हैं ,
विश्वास करो उस शक्ति पर …………………….
बसंत ऋतू या गर्मी -सर्दी ,या हो बारिश का मौसम ,
हर मौसम खुशियां दे कर , कर देता है आँखें नम,
जिसके एक इशारे पर ही , रंग बदलता है मौसम ,
विश्वास करो उस शक्ति पर ………………….
बबिता राही
दोस्ती से कीमती कोई जागीर नही होती;
दोस्ती से खूबसूर्त कोई तस्वीर नही होती;
दोस्ती यूँ तो कचा धागा है मगर;
इस धागे से मजबूत कोई ज़ंजीर नही होती
आप को इस दिल में उतार लेने को जी चाहता है,
खूबसूरत से फूलो में डूब जाने को जी चाहता है,
आपका साथ पाकर हम भूल गए सब मैखाने,
क्योकि उन मैखानो में भी आपका ही चेहरा नज़र आता है….
दोस्ती ज़िन्दगी का खूबशूरत लम्हा है,
जिसे मिल जाये तन्हाई में भी खुश,
जिसे न मिले भीड़ में भी अकेला.
ना हम कुछ कह पाते हे, ना वोह कुछ कह पाते हे.
एक दूसरे को देखकर गुजर जाया करते हे.
कब तक चलता रहेंगा ये सिलसिला,
ये सोचकर दिन गुजर जाया करते हे.
वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही,
इश्क़ में प्रेमी कभी झुकता नही,
खामोश हैं हम किसी के खुशी के लिए,
ना सोचो के हमारा दिल दुःखता नहीं!
शायर तो हम है शायरी बना देंगे
आपको शायरी मे क़ैद कर लेंगे|
कभी सूनाओ हमे अपनी आवाज़
आपकी आवाज़ को हम ग़ज़ल बना देंगे.||
रात गुमसूँ है मगर चेन खामोश नही,
कैसे कहदू आज फिर होश नही,
ऐसा डूबा तेरी आखो की गहराई मैं,
हाथ में जाम है मगर पीने का होश नही.
सितारो मे आप, हवाओ मे आप,
फ़िज़ाओ मे आप,
बहारो मे आप,
धूप मे आप,
छावो मे आप,
सच ही सुना है की बुरी आत्माओ का कोई ठिकाना नही होता
मजनू को लैला का SMS नही आया..
मजनू ने 3 दिन से खाना नहीं खाया..
मजनू मरने वाला था लैला के प्यार में
और लैला बेती थी SMS FREE होने के इंतेज़ार में..
मे तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती
मे जवाब बनता अगर तू सबाल होती
सब जानते है मैं नशा नही करता,
मगर में भी पी लेता अगर तू शराब होती!
अकाल मृत्यु वो मरे जो कार्य करे चांडाल का,
कल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का
…
जय महाकाल
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी…
मजनू को लैला का SMS नही आया..
मजनू ने 3 दिन से खाना नहीं खाया..
मजनू मरने वाला था लैला के प्यार में
और लैला बेती थी SMS FREE होने के इंतेज़ार में.
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बून्द के लिए
हम तो बादल है प्यार के…किसी और पर बरस जायेंगे|
ना सोचा था जिनके लिए हम मर मिटे,
एक दिन वही हमसे दूर हो जाएँगे,
जीने की तमन्ना तो हम भी रखते थे,
अब तेरे बिना कैसे जी पाएगे…
ज़िंदगी में अगर तुम अकेले हो तो प्यार करना सिख़लो,
और प्यार कर लिया हैं तो इज़हार करने भी सिख़लो.
अगर इज़हार करना नही सीखा तो,
ज़िंदगी भर प्यार के यादों में रोना सिख़लो….
मंज़िलो से अपनी डर ना जाना,
रास्ते की परेशानियों से टूट ना जाना,
जब भी ज़रूरत हो ज़िंदगी मे किसी अपने की,
हम आपके अपने है ये भूल ना जाना.
मे तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती
मे जवाब बनता अगर तू सबाल होती
सब जानते है मैं नशा नही करता,
मगर में भी पी लेता अगर तू शराब होती!………………
जिंदगी हे सफर का सील सिला,
कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया,
जिन्हे माँगा था दिन रत दुआ ओमे,
वो बिना मांगे किसी और को मिल गया.
दिल पे क्या गुज़री वो अनजान क्या जाने;
प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने;
हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का;
कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने……………
अकाल मृत्यु वो मरे जो कार्य करे चांडाल का,
कल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का
…
भगवान का दिया कभी अल्प नहीं होता,
जो टूट जाये वो संकल्प नहीं होता,
हार को जीत से दूर ही रखना,
क्योकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता |…
कोन जाने कब मौत का पैगाम आ जाए,
ज़िंदगी की आखरी शाम आ जाए,
हमे तो इंतजार है उस शाम का
जब हमारी ज़िंदगी किसी के काम आ जाए..
तू चाँद मे सितारा होता
आसमान के एक आशियाना में
एक आशियाना हमारा होता
लोग तुम्हे दूर से देखते
नज़दीक से देखने का हक़ बस हमारा होता|
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी…..
कोन किसका रकीब (enemy) होता है,
कोन किसका हबीब (friend) होता है
बन जाते रिश्ते -नाते जहा
जिसका नसीब होता है|
–
“अचरा विकास चौधरी ”
वक्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,
कौन चाहता है अपने से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है !
अपनी तक़दीर में तो कुछ ऐसा ही सिलसिला लिखा है,
किसी ने वक़्त गुजारने के लिए अपना बनाया,
तो किसी ने अपना बना कर वक़्त गुज़ार लिया……..
पागल हे वो लोग जो अपने लवर को मिस किया करते हे
अरे!! मिस करना हे तो मच्छर को करो
जो अपनी जान पर खेल कर आप को किस किया करते हे|
कली बेंच देगें चमन बेंच देगें,
धरा बेंच देगें गगन बेंच देगें,
कलम के पुजारी अगर सो गये तो…
ये धन के पुजारी वतन बेंच देगें।
FAIL हुआ छात्र क्यों फेक दिया जाता हे |
पर FAIL हुआ उम्मीदवार मंत्री बन जाता हे
इसीलिए मेरा देश सालो से FAIL हो रहा हे
छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर,
जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर
मोहबत को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम है,
और जो बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं उनको, हुमारा ये पेघाम हैं,
“वादा-ए-वफ़ा करो तो फिर खुद को फ़ना करो,
वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो”
फूल सबनम में डूब जाते है,
झख्म मरहम में डूब जाते है |
जब आते है खत तेरे, हम तेरे गम में डूब जाते है.|
ज़िन्दगी हसीन है , ज़िन्दगी से प्यार करो …..
हो रात तो सुबह का इंतज़ार करो …..
वो पल भी आएगा, जिस पल का इंतज़ार हैं आपको….
बस रब पर भरोसा और वक़्त पे ऐतबार करो ….
सारा जहाँ है जिसकी शरण मैं
नमन है उस शिव के चरण में
बने उस शिव के चरणो की धूल
आओ मिलकर चढ़ाये हम श्रद्धा के फूल
शिव की ज्योति से प्रकाश बढ़ता है,
जो भी जाता है भोले के द्वार,
कुछ ना कुछ उससे ज़रूर मिलता है!
तुम आये तो लगा हर खुशी आ गई
यू लगा जैसे ज़िन्दगी आ गई
था जिस घड़ी का मुझे कब से इंतज़ार
अचानक वो मेरे करीब आ गई …………
मोहब्बत का नतीजा,
दुनिया में हमने बुरा देखा,
जिन्हे दावा था वफ़ा का,
उन्हें भी हमने बेवफा देखा.
है ये सफर लंबा ही सही , मिलते रहे हम , हमेशा ,ऐ बेहना…………..
तेरी भी दुआएं सफर में शामिल रहें, ऐ बेहना , ………….
होगयी बिदा तू ,ऐ बेहना , ……………
फिर भी हर सुख – दुःख में वो साथ रही ,ऐ बेहना , …………..
हर लम्हा। हर पल मिलती रहे खुशियाँ तुझे , ऐ बेहना , ………………
दुआएं मेरी भी ये ही रही तुझे , ऐ बेहना , …………….
है ये सफर लंबा ही सही , मिलते रहे हम , हमेशा ,ऐ बेहना………………
देता रहूँ तुझे हमेसा , जो तू चाहे ,ऐ बेहना , ………………..
बांधा है तूने हर दुआओं का बंधन इस राखी में , ऐ बेहना , ……………
अर्ज है इतनी सी उस खुदा से , ऐ बेहना………….
है ये सफर लंबा ही सही , मिलते रहे हम , हमेशा ,ऐ बेहना………….
रहूँ दूर तुझसे भले ही सही , असर है दुआओं में तेरी , ऐ बेहना……………
है ये सफर लंबा ही सही , मिलते रहे हम , हमेशा ,ऐ बेहना………………..
माना के किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही….
पर ये सच ह के मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही,
उस के दिल मे, उसकी यादो मे कोई और है लेकिन,
मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नही..
जिस हॉस्पिटल के हम डॉक्टर हैं,
हमारी पत्नी वहा की नर्स हैं
क्या अजीब ज़ुल्म सहना पड़ता हैं
अपनी ही बीवी को सिस्टर कहना पड़ता हें
जादू है उसकी हर एक बात मे,
याद बहुत आती है दिन और रात मे,
कल जब देखा था मैने सपना रात मे,
तब भी उसका ही हाथ था मेरे हाथ मे…
छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर,
जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर.
हर रिश्ते में विश्वास रहने दो;
जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो;
यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का;
न खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो..!
बात अगर कपड़ो में होती तो, सफ़ेद कफ़न में,
लिपटा हुआ मुर्दा भी “सुल्तान मिर्ज़ा” होता.
गुलाम बनकर जिओगे तो.
कुत्ता समजकर लात मारेगी तुम्हे ये दुनिया
नवाब बनकर जिओगे तो,
सलाम ठोकेगी ये दुनिया….
“दम” कपड़ो में नहीं,
जिगर में रखो….
उस जैसा मोती पूरे समंद्र में नही है,
वो चीज़ माँग रहा हूँ जो मुक़्दर मे नही है,
किस्मत का लिखा तो मिल जाएगा मेरे ख़ुदा,
वो चीज़ अदा कर जो किस्मत में नही है…
वक्त बदल जाता है जिंदगी के साथ
जिंदगी बदल जाती है वक्त के साथ
वक्त नहीं बदलता दोस्तों के साथ
बस दोस्त बदल जाते हैं वक्त के साथ
कोई खुशियों की चाह में रोया
कोई दुखों की पनाह में रोया..
अजीब सिलसिला हैं ये ज़िंदगी का..
कोई भरोसे के लिए रोया..
कोई भरोसा कर के रोया..
घर से बाहर कोलेज जाने के लिए वो नकाब मे निकली….
सारी गली उनके पीछे निकली…
इनकार करते थे वो हमारी मोहबत से……….
और हमारी ही तसवीर उनकी किताब से निकली………
आँखों से बरसात होती हैं
जब आपकी याद साथ होती है,
जब भी busy रहे मेरा cell
तो समझ लेना
आपकी होने वाली भाभी से मेरी बात होती हैं
मौत एक सच्चाई है उसमे कोई ऐब नहीं
क्या लेके जाओगे यारों कफ़न में कोई जेब नहीं
दिल मे एक शोर सा हो रहा है.
बिन आप के दिल बोर हो रहा है.
बहुत कम याद करते हो आप हमे.
कही ऐसा तो नही की…
ये दोस्ती का रिस्ता कंज़ोर हो रा है.
इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है,
इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है,
इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी,
पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है
इश्क़ और दोस्ती मेरी ज़िन्दगी के दो जहाँ है
इश्क़ मेरा रूह तो दोस्ती मेरा इमां है
इश्क़ पे कर दूँ फ़िदा अपनी ज़िन्दगी
मगर दोस्ती पे तो मेरा इश्क़ भी कुर्बान है
करो कुछ ऐसा दोस्ती में
की ‘Thanks & Sorry’ words बे-ईमान लगे
निभाओ यारी ऐसे के ‘यार को छोड़ना मुश्किल’
और दुनिया छोड़ना आसान लगे…
लोग रूप देखते है ,हम दिल देखते है ,
लोग सपने देखते है हम हक़ीकत देखते है,
…
लोग दुनिया मे दोस्त देखते है,
हम दोस्तो मे दुनिया देखते है.
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